लखनऊ में शुरू हुई ब्रह्मोस मिसाइल उत्पादन इकाई
भारत की सामरिक ताकत को और अधिक धार देने की दिशा में उत्तर प्रदेश ने एक बड़ा कदम उठा लिया है। लखनऊ में देश की सबसे घातक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ‘ब्रह्मोस’ की उत्पादन इकाई की शुरुआत हो चुकी है। वहीं, आगरा और अलीगढ़ में भी रक्षा क्षेत्र से जुड़े मेगाप्रोजेक्ट्स की तैयारी ज़ोरों पर है। आगरा में रडार निर्माण फैक्टरी प्रस्तावित है, जबकि अलीगढ़ में ड्रोन निर्माण की योजना को अंतिम रूप दिया जा रहा है। ये सभी पहल भारत को न सिर्फ आत्मनिर्भर बनाएंगी, बल्कि भविष्य में रक्षा क्षेत्र में वैश्विक नेतृत्व की ओर भी ले जाएंगी।
आगरा में रडार फैक्टरी, अलीगढ़ में ड्रोन निर्माण प्रस्तावित
आगरा नोड में रडार बनाने की फैक्टरी प्रस्तावित है, जबकि अलीगढ़ में ड्रोन निर्माण की योजना है। दोनों प्रोजेक्ट रक्षा उत्पादन को मजबूती देंगे।
बीएचईएल करेगी बड़ा निवेश, जमीन अधिग्रहण लगभग पूरा
बीएचईएल को आगरा के बिझामई गांव में 60 हेक्टेयर भूमि पसंद आई है। यहां लगभग 400 करोड़ रुपये का निवेश होगा, और फैक्टरी ब्रह्मोस यूनिट से भी बड़ी हो सकती है।

आगरा बन सकता है रक्षा उत्पादन का हब
डीआरडीओ पहले से आगरा में पैराशूट सहित कई रक्षा उपकरण बना रहा है। भविष्य में यह शहर भारत का प्रमुख डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग सेंटर बन सकता है।
हवा में खतरे को भांपने वाली तकनीक
आगरा में प्रस्तावित रडार फैक्टरी आधुनिक रेडियो डिटेक्शन और रेंजिंग तकनीक पर आधारित होगी, जो दुश्मन की हर हरकत पर नजर रखेगी और समय रहते चेतावनी देगी।