लालू से मुलाकात के बाद बिहार की सियासत में हलचल
पटना।
बिहार की राजनीति में एक बार फिर गर्माहट आ गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू के पूर्व एमएलसी रणविजय सिंह ने आज राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से उनके पटना स्थित राबड़ी आवास पर मुलाकात की। इस मुलाकात ने राजनीतिक हलकों में अटकलों को हवा दे दी है।
रणविजय सिंह ने इस मुलाकात को “व्यक्तिगत” बताते हुए कहा कि वह केवल लालू यादव को जन्मदिन की बधाई देने आए थे। उन्होंने मीडिया से कहा, “11 जून को लालू जी का जन्मदिन था, मैं उस दिन नहीं आ सका, इसलिए आज बधाई देने आया हूं।”
हालांकि, बिहार की राजनीति में इस मुलाकात को सामान्य नहीं माना जा रहा है। विश्लेषकों का कहना है कि नीतीश कुमार के सबसे भरोसेमंद लोगों में गिने जाने वाले रणविजय सिंह का यूं अचानक लालू यादव से मिलना सिर्फ संयोग नहीं हो सकता।
आरजेडी में वापसी की अटकलों पर सफाई
जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि क्या वह फिर से आरजेडी में लौटने की योजना बना रहे हैं, तो उन्होंने साफ इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, “कोई राजनीतिक बात नहीं हुई, सिर्फ एक शुभकामना भेंट थी। कृपया इसे राजनीति से न जोड़ें।”
जन्मदिन के बाद मुलाकात ने बढ़ाया सस्पेंस
गौरतलब है कि 11 जून को लालू यादव ने अपना जन्मदिन बड़े ही धूमधाम से मनाया था। तलवार से केक काटने का वीडियो भी वायरल हुआ था। नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पूरे जोश के साथ उन्हें बधाइयां दीं। अब उसी जन्मदिन के ठीक एक दिन बाद जेडीयू नेता का राबड़ी आवास पहुंचना, इसे केवल शिष्टाचार नहीं माना जा रहा।
क्या बिहार में फिर ‘खेला’ की तैयारी?
हालांकि रणविजय सिंह ने अटकलों से दूरी बनाए रखी, लेकिन इस मुलाकात ने यह सवाल जरूर खड़ा कर दिया है कि क्या बिहार की राजनीति में कोई नया समीकरण आकार ले रहा है? क्या यह महज बधाई थी या आने वाले दिनों की कोई सियासी बिसात?
बिहार की राजनीति एक बार फिर करवट लेती दिख रही है और इसके केंद्र में हैं लालू यादव और नीतीश कुमार के विश्वस्त नेता।