बंद कमरे में चली 4 दिन की वार्ता के बाद बड़ा समझौता संभव
वॉशिंगटन
भारत और अमेरिका के बीच एक बड़े द्विपक्षीय व्यापार समझौते को लेकर सहमति बन गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिए हैं कि दोनों देशों के बीच जल्द ही एक “बड़ा और शानदार सौदा” हो सकता है। यह बयान व्हाइट हाउस में ‘बिग ब्यूटीफुल इवेंट’ के दौरान दिया गया, जो चार दिवसीय व्यापार वार्ता के कुछ ही सप्ताह बाद सामने आया है।
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, “हर कोई सौदा करना चाहता है। हमने चीन के साथ भी कल ही एक समझौता किया है और अब शायद भारत के साथ भी एक बहुत बड़ा सौदा होने वाला है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अमेरिका हर देश के साथ व्यापार समझौता नहीं करेगा कुछ लोगों को हम बस एक पत्र भेजकर धन्यवाद कहेंगे।
व्यापार वार्ता में किन बिंदुओं पर बनी सहमति?
चार दिवसीय इस व्यापार वार्ता में मुख्य रूप से निम्न बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित किया गया:
- औद्योगिक और कृषि उत्पादों को अधिक बाजार पहुंच
- टैरिफ में कटौती
- गैर-टैरिफ अड़चनें दूर करने पर बातचीत
अमेरिका की ओर से वार्ता का नेतृत्व USTR (US Trade Representative) कार्यालय ने किया, जबकि भारत की ओर से वाणिज्य सचिव राजेश अग्रवाल की अगुआई में भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने हिस्सा लिया।
500 अरब डॉलर तक व्यापार
वर्तमान में भारत-अमेरिका का सालाना द्विपक्षीय व्यापार लगभग 190 अरब डॉलर का है। दोनों देशों का लक्ष्य इसे 2030 तक 500 अरब डॉलर तक ले जाना है। केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल के अनुसार, यह समझौता दोनों देशों की अर्थव्यवस्था, व्यवसाय और नागरिकों के लिए समान रूप से लाभकारी होगा।
चीन के साथ भी व्यापार समझौते की घोषणा
‘बिग ब्यूटीफुल बिल’ कार्यक्रम में ट्रंप ने यह भी कहा कि अमेरिका और चीन के बीच भी एक नया व्यापार समझौता हुआ है। हालांकि उन्होंने इस सौदे के विवरण साझा नहीं किए, व्हाइट हाउस सूत्रों ने पुष्टि की कि यह समझौता दुर्लभ पृथ्वी खनिजों (rare earth elements) की आपूर्ति को तेज करने पर केंद्रित है।
जल्द अंतिम रूप ले सकता है व्यापार सौदा
अमेरिकी वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक ने हाल ही में कहा कि यह व्यापार समझौता अंतिम दौर में है और जल्द ही इसका औपचारिक ऐलान हो सकता है। दोनों देश अपने-अपने रणनीतिक हितों को सुरक्षित रखते हुए इस समझौते को अंजाम देना चाहते हैं।