रथ यात्रा में उमड़ा आस्था का सैलाब, हर गली में गूंजे ‘जय जगन्नाथ’ के जयकारे
लखनऊ
शुक्रवार को राजधानी लखनऊ, रामनगरी अयोध्या और बाराबंकी में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा बड़े उत्साह से निकाली गई। इस अवसर पर ग्रामीणों से लेकर शहरी नागरिकों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। बाराबंकी में मंजुला निगम, अनीता गुप्ता और महिला मंडल के सहयोग से रथ यात्रा का संचालन हुआ। श्री कल्याणेश्वर महादेव मंदिर शनिधाम से भी भव्य रथ निकला।
अष्टकोणीय रथ पर निकले भगवान
नाथों के नाथ भगवान जगन्नाथ ने वाराणसी में शुक्रवार को अपनी दिव्य अष्टकोणीय रथ यात्रा निकाली। पीले वस्त्रों और पुष्पों से सजे भगवान जब नगर भ्रमण पर निकले तो हजारों श्रद्धालु अपलक उन्हें निहारते रह गए। यात्रा से काशी के प्रसिद्ध लक्खा मेले की शुरुआत भी हुई। भोग में पीले भोज्य पदार्थ चढ़ाए गए जैसे बिना मसाले की कोहड़े की सब्जी, पूड़ी और हलवा।
प्रयागराज: पुष्पवर्षा और जयकारों के बीच निकली नंदीघोष रथ यात्रा
प्रयागराज में भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा की रथ यात्रा 16 पहियों वाले नंदीघोष रथ पर निकाली गई। मुट्ठीगंज, कीडगंज, कटरा और दारागंज से गुजरती यात्रा में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। भक्तों ने जगह-जगह आरती कर भगवान को आम-जामुन का प्रसाद चढ़ाया और रथ का रस्सा खींचने की होड़ में दिखे।
यह सिर्फ धार्मिक उत्सव नहीं, बल्कि सांस्कृतिक एकता का पर्व भी है
जगन्नाथ रथ यात्रा केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि देशभर में प्रेम, एकता और सामाजिक समरसता का संदेश देती है। ओडिशा से निकलकर अब यह उत्सव पूरे भारत में श्रद्धालु मनाते हैं जिसमें उत्तर प्रदेश के शहर भी पीछे नहीं हैं।