विदेश में फ्लॉप से रन मशीन बने शुभमन! युवराज सिंह ने बताया कैसे
एक वक्त था जब शुभमन गिल को ‘घरेलू टाइगर’ कहा जाने लगा था…विदेश में रन नहीं बन रहे थे, फॉर्म बाहर जा चुका था, आलोचना हर जगह हो रही थी।
लेकिन अब वही शुभमन गिल… विदेश में भी रनों की बरसात कर रहे हैं।आखिर ऐसा क्या बदल गया?इस सवाल का जवाब खुद दिग्गज खिलाड़ी युवराज सिंह ने दिया है.
शुभमन गिल ने किया इस चीज़ पर काम
योगराज सिंह ने एक इंटरव्यू में कहा, ‘शुभमन गिल ने अपने हाथों पर काम किया है. उनके सीधे हाथ में हमेशा से कुछ दिक्कत रही है लेकिन मेरी तीन दिन पहले युवी से बात हुई. उन्होंने मुझे कहा कि पापा गिल के सीधे हाथ में जो दिक्कत थी वो अब सही हो गई है. मैं हमेशा उसे कहता हूं कि आउट नहीं होना है. गिल जिस तरह से कवर ड्राइव लगा रहे हैं उससे पता चलता है कि उनका सीधा हाथ अब सही से चल रहा है. वो एक जादू की तरह बल्लेबाजी कर रहे हैं.’
शुभमन गिल ने इसके अलावा अपनी फुट पोजिशन पर भी काम किया है. पहले उनके पांव और बल्ले के बीच काफी ज्यादा गैप रहता था जिससे गेंदबाज इन स्विंगर फेंक उन्हें आउट करने की कोशिश करते थे, गिल को कई बार अंदर आती हुई गेंद पर दिक्कत भी हुई लेकिन अब बैट और पैड के बीच का वो गैप खत्म हो गया है यही वजह है कि उनका डिफेंस भी बेहतर नजर आ रहा है.
शुभमन गिल ने तोड़ डाले कई रिकॉर्ड
शुभमन गिल ने एजबेस्टन टेस्ट में 269 रनों की पारी खेली है. जो कि टेस्ट क्रिकेट में किसी भी भारतीय कप्तान का सबसे बड़ा स्कोर है. शुभमन गिल ने इंग्लैंड में दोहरा शतक लगाकर भी इतिहास रचा वो इस देश में टेस्ट में डबल सेंचुरी ठोकने वाले पहले भारतीय कप्तान बने. गिल की इस ऐतिहासिक पारी के दम पर टीम इंडिया ने 587 रन बनाए. जवाब में इंग्लैंड ने पहली पारी में 77 रन पर 3 विकेट गंवा दिए. अब टीम इंडिया चाहेगी कि इंग्लैंड की पारी को जल्दी निपटाकर वो एजबेस्टन में जीत दर्ज करे.