नाम कटने की शिकायतों पर भड़के तेजस्वी, बोले– जिम्मेदारी तय होगी
जब बात लोकतंत्र की नींव की हो,तो एक-एक नाम मायने रखता है।विधानसभा में उस समय सन्नाटा-सा छा गया,जब तेजस्वी यादव ने वोटर लिस्ट को लेकर एक सख्त रुख अपना लिया।उनका कहना था —राज्य का कोई भी नागरिक,जो मतदान का अधिकार रखता है,उसका नाम लिस्ट से ग़ायब न हो… ये जिम्मेदारी हमारी है।बात सिर्फ एक दस्तावेज़ की नहीं,बात उस भरोसे की है जो हर नागरिक लोकतंत्र से करता है,कुछ क्षेत्रों में यह शिकायत सामने आई किनाम काटे जा रहे हैं, या बिना जानकारी के बदले जा रहे हैं।इस पर तेजस्वी ने साफ़ कर दिया —
हर पंचायत, हर वार्ड, हर मोहल्ले की समीक्षा होनी चाहिए।एक भी सही नाम अगर ग़लती से हटे, तो वो चूक नहीं, लापरवाही मानी जाएगी।विधानसभा में उन्होंने ये भी कहा किकिसी वर्ग, किसी समुदाय, किसी इलाके कोनज़रअंदाज़ करना अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

अगर कोई घुसपैठिया आया है तो ये जिम्मेदारी इनकी है
आरजेडी नेता ने कहा कि 20 साल से तो नीतीश कुमार बिहार के सीएम और 11 साल से नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री हैं, अगर कोई घुसपैठिया आया है तो ये जिम्मेदारी इनकी है. इस मामले में तो जेडीयू के सांसद ने भी कल ही हमारे ही पक्ष में बोले हैं. चंद्रबाबू नायडू ने भी इस पर सुझाव दिया है. हम चाहेंगे कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आश्वासन दें कि एक भी बिहारी का नाम वोटर लिस्ट से नहीं कटेगा.लोकतंत्र तभी मजबूत होता है,जब हर आवाज़ को सुना जाए…और वोटर लिस्ट में हर नाम को गिना जाए।