बेटियों को आर्थिक सहारा! योगी सरकार का बड़ा कदम OBC परिवारों के लिए
कमज़ोर तबके की बेटियों के लिए बड़ी खबर है। ऐसे परिवार, जो अक्सर बेटियों की शादी के खर्च को लेकर चिंता में रहते हैं — अब उनके लिए उम्मीद की एक नई किरण नजर आ रही है।
क्या बदलाव आने वाला है?
जल्द ही एक ऐसा प्रस्ताव लाया जा रहा है जिसमें शादी के समय बेटियों को आर्थिक मदद दी जाएगी। ये मदद सीधे बैंक खाते में पहुंचेगी, ताकि उस रकम का इस्तेमाल सही समय और सही तरीके से हो सके।

किसे मिलेगा इसका फायदा?
उन परिवारों को, जो सामाजिक और आर्थिक रूप से पीछे हैं — खासकर वे जो अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) की सूची में आते हैं। शर्त सिर्फ इतनी होगी कि लड़की की उम्र तय मानकों के अनुसार हो और परिवार राज्य सरकार द्वारा तय आर्थिक मापदंडों के भीतर आता हो।
कितनी राशि दी जाएगी?
प्रस्ताव के मुताबिक, बेटियों की शादी पर 25,000 से 50,000 रुपये तक की सहायता राशि दी जा सकती है। हालांकि अंतिम मंज़ूरी के बाद ये आंकड़ा तय होगा। इसका उद्देश्य है – बोझ नहीं, बराबरी का समर्थन देना।
ये कदम क्यों उठाया जा रहा है?
कई परिवार आर्थिक कारणों से बेटी की शिक्षा या शादी को बोझ समझने लगते हैं। इस सोच को बदलने के लिए यह योजना सिर्फ वित्तीय मदद नहीं, बल्कि सामाजिक बदलाव की दिशा में एक ठोस कदम मानी जा रही है।
यह कब और कहां लागू होगी?
“फिलहाल यह प्रस्ताव यूपी की कैबिनेट के सामने पेश किया जाना है। मंजूरी मिलते ही योजना की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी और हर जिले में इसके लिए आवेदन और वितरण का ढांचा तैयार होगा।”
आवेदन कैसे होगा?
जो परिवार इस योजना के पात्र होंगे, वे ऑनलाइन पोर्टल या जिला कार्यालय के ज़रिए आवेदन कर सकेंगे। ज़रूरी दस्तावेज़ जैसे पहचान पत्र, जाति प्रमाण पत्र और आय प्रमाण पत्र के साथ पंजीकरण किया जाएगा।