शिव के दरबार में अद्भुत दृश्य! पुष्पवर्षा से झूमे श्रद्धालु
वाराणसी, 11 जुलाई — श्रावण मास के प्रथम दिन काशी विश्वनाथ धाम में मंगला आरती के साथ पूरे उल्लास से धार्मिक अनुष्ठानों की शुरुआत हुई। इस बार श्रद्धालुओं को एक नई अनुभूति देने के उद्देश्य से श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास द्वारा एक नवीन नवाचार किया गया, जिसका उद्देश्य सनातन परंपराओं को आधुनिक आयामों के साथ जोड़ना है।
इस नवाचार की पहल मंदिर न्यास के पदेन अध्यक्ष एवं मंडलायुक्त वाराणसी श्री एस. राजलिंगम के मार्गदर्शन में की गई। अब तक केवल महाशिवरात्रि और श्रावण सोमवार को मंदिर के बाहर पुष्पवर्षा द्वारा श्रद्धालुओं का स्वागत किया जाता था, लेकिन इस बार शुक्रवार को प्रथम दिन होने के बावजूद मंदिर प्रांगण में ही यह अभिनव प्रयोग किया गया।
✤ त्रि-शिखर आराधना और पुष्पवर्षा
इस वर्ष की विशेषता यह रही कि मंदिर के तीन प्रमुख शिखरों — भगवान विश्वनाथ, भगवान दण्डपाणि और भगवान बैकुण्ठेश्वर — के सम्मुख श्रद्धालुओं पर पुष्पवर्षा कर आराधना की गई। यह दृश्य हरि-हर की काशी परंपरा को दर्शाता है, जहां शिव और विष्णु की उपासना एक साथ होती है।
✤ बद्रीनारायण मंदिर तक पुष्पयात्रा
इसके बाद श्रद्धालुओं पर पुष्पवर्षा करते हुए उन्हें मंदिर परिसर स्थित भगवान बद्रीनारायण मंदिर तक ले जाया गया। यह यात्रा हरि और हर के अद्वितीय समन्वय की अभिव्यक्ति रही।
✤ माँ अन्नपूर्णा को अर्पित किए गए पुष्प थाल
इस धार्मिक आयोजन का अंतिम चरण माँ अन्नपूर्णा मंदिर में सम्पन्न हुआ, जहाँ तीन पुष्प थाल अर्पित किए गए। इन पुष्पों को बाद में माँ अन्नपूर्णा के अक्षत प्रसाद के साथ श्रद्धालुओं को भेंटस्वरूप वितरित किया गया।
✤ तीन चरणों वाला विशेष आयोजन
इस पूरे कार्यक्रम को तीन चरणों में सम्पन्न किया गया —
शिखर आराधना एवं पुष्पवर्षा
बद्रीनारायण मंदिर तक पुष्प यात्रा
माता अन्नपूर्णा को पुष्प अर्पण
इस त्रिसंख्या का विशेष महत्व शैव परंपरा में निहित है। त्रिदेव, त्रिशूल, त्रिपुण्ड, त्रिदल बेलपत्र — ये सभी भगवान शिव की आराधना के अभिन्न प्रतीक हैं।
✤ वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति
इस विशेष आयोजन में मंदिर न्यास के पदेन अध्यक्ष श्री एस. राजलिंगम, मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्री विश्व भूषण, डिप्टी कलेक्टर श्री शम्भू शरण, एवं तहसीलदार श्रीमती मिनी एल. शेखर ने श्रद्धालुओं का स्वागत कर आयोजन की गरिमा बढ़ाई।
✤ नवाचारों की परंपरा को आगे बढ़ाता धाम
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास लगातार प्रयासरत है कि परंपरागत आस्था को नवीन दृष्टिकोण के साथ जोड़ा जाए और काशी की आध्यात्मिक गरिमा को और भी अधिक सशक्त बनाया जाए।