2 अरब लोग पीने के पानी से वंचित!
- पीने योग्य पानी (Potable Water):
“सबसे ज़रूरी पानी होता है — पीने लायक पानी। यानी ऐसा साफ और सुरक्षित पानी, जिसे इंसान बिना किसी खतरे के पी सके। इसे हम फिल्टर या RO से निकालते हैं, और बोतलबंद पानी भी इसी श्रेणी में आता है। - खारा पानी (Salt Water):
“दूसरे नंबर पर आता है खारा पानी — जो समुद्रों और महासागरों में पाया जाता है। इसमें नमक की मात्रा बहुत ज़्यादा होती है, जिससे यह पीने योग्य नहीं होता।” - मीठा पानी (Fresh Water):
“यह होता है झीलों, नदियों, झरनों और भूजल में। यही पानी खेती, पीने और रोजमर्रा के कामों के लिए सबसे ज़्यादा इस्तेमाल होता है।” - बरसात का पानी (Rain Water):
“बरसात का पानी प्रकृति का सबसे शुद्ध रूप माना जाता है। पुराने समय में लोग इसे इकट्ठा करके इस्तेमाल करते थे। आज भी ‘Rainwater Harvesting’ एक इको-फ्रेंडली तरीका माना जाता है।” - ग्राउंडवॉटर (भूजल):
“पृथ्वी की सतह के नीचे मौजूद पानी को कहते हैं भूजल। इसे हम कुएं, ट्यूबवेल और हैंडपंप से निकालते हैं। कई बार इसमें फ्लोराइड, आयरन या आर्सेनिक जैसे तत्व मिल जाते हैं, जिससे ये हानिकारक भी हो सकता है।”
सेलिब्रिटीज नए ट्रेंड्स पैदा करते हैं और आम जनता अपनी जेब के हिसाब से इन ट्रेंड्स को फॉलो करने की कोशिश करती है। कभी ये ट्रेंड्स खाने-पीने से जुड़े होते हैं तो कभी पहनावे या लाइफस्टाइल से। विभिन्न प्रकार के डाइट प्लान्स भी अधिकांशतः सेलिब्रिटीज की देखा देखी ही चलन में आते हैं। पिछले कुछ दिनों से विराट कोहली, उर्वशी रौतेला, मलाइका अरोड़ा और श्रुति हसन जैसी कई सेलिब्रिटीज द्वारा ‘ब्लैक वॉटर’ पीने की चर्चाएं आम हैं। कोई इसे स्पेशल एनर्जी ड्रिंक के तौर पर प्रचारित कर रहा है तो कोई फिटनेस ड्रिंक के तौर पर। यह ट्रेंड नया नहीं है। हॉलीवुड में कुछ साल पहले ही सेलिब्रिटीज ब्लैक वॉटर का उपयोग कर रही थीं। अब यह बॉलीवुड और अन्य भारतीय सेलिब्रिटीज तक भी आ गया है। कहा ये जा रहा है कि इस स्पेशल पानी का सेवन शरीर में कई पोषक तत्वों की पूर्ति करता है। इतना ही नहीं यह एनर्जी बढ़ाने के साथ ही ओवरऑल फिटनेस के लिए बहुत बढ़िया स्रोत होता है। जाहिर ही है कि इतना सब होने के बाद इस पानी की कीमत भी सामान्य तो होगी नहीं। तो एक 500 एमएल ब्लैक वॉटर बॉटल की कीमत 600 रुपये से 2,500 रुपये तक हो सकती है। यह निर्भर करता है कि पानी किस ब्रांड का है।
ब्लैक वॉटर की एक 500 एमएल बॉटल में 70 से भी अधिक प्राकृतिक खनिज लवण होने का दावा किया जाता है। साथ ही इसकी पीएच वैल्यू भी बहुत अधिक बताई जाती है। यह पीएच 8 और इससे अधिक भी हो सकता है। इसके कारण यह पानी कम से कम एसिडिक होता है। पीएच वैल्यू इस बात को दर्शाती है कि पानी कितना अम्लीय या क्षारीय (एसिडिक या बेसिक) है। इसकी रेंज 0 से 14 तक की होती है। इसमें 7 पीएच न्यूट्रल होता।ब्लैक वॉटर असल मे एक तरह का मिनरल वॉटर ही होता है, जिसका स्वाद पानी जैसा ही होता है। फर्क इतना है कि ब्लैक वॉटर अल्कलाइन वॉटर होता है। मतलब यह क्षारीय होता है। इसलिए इसे अल्कलाइन वॉटर के नाम से भी जाना जाता है। इसकी अधिक पीएच वैल्यू शरीर में एसिडिटी को बैलेंस करने का काम करती है।
दुर्भाग्य से दुनिया के 2 बिलियन लोगों के पास सुरक्षित पानी नहीं है। लगभग दो तिहाई आबादी हर साल कम से कम एक महीने के लिए गंभीर पानी की कमी झेलती है। शोध बताते हैं कि 2030 तक भीषण जल संकट के कारण लगभग 700 मिलियन लोग विस्थापित हो सकते हैं।
ये तो हुई आंकड़ों की बात, लेकिन क्या आप जानते हैं कि पानी के कई अलग-अलग रूप होते हैं। टैप वाटर, मिनरल वाटर, डिस्टिल्ड वॉटर, और प्यूरिफाइड वॉटर के नाम तो आपने सुने ही होंगे। इसी क्रम में आज हम यहां ब्लैक एल्कलाइन वाटर की बात करने जा रहे हैं। वहीं, ब्लैक एल्कलाइन वाटर जिसके साथ विराट कोहली और मलाइका अरोड़ा स्पाट हो चुके हैं।