क्या यही है सच्चे प्यार की चाबी
क्या आप भी सिंगल हैं और परफेक्ट पार्टनर की तलाश में हैं?लेकिन… ऑनलाइन डेटिंग से थक चुके हैं?
या फिर पहली मुलाकात में घंटों बर्बाद करने का टाइम नहीं?तो जनाब, आज हम बात करेंगे ‘स्पीड डेटिंग’ की — एक ऐसी प्रक्रिया, जिसमें सिर्फ 5 से 7 मिनट में तय हो सकता है, क्या सामने वाला आपके लिए बना है या नहीं।स्पीड डेटिंग एक ऑर्गनाइज़्ड इवेंट होता है, जिसमें एक ही जगह पर कई सिंगल लड़के और लड़कियां आते हैं — और एक-एक करके एक-दूसरे से मिलते हैं, लेकिन बहुत कम समय के लिए।हर बातचीत का टाइम लिमिट होता है — आमतौर पर 5 से 7 मिनट।इतने समय में आप सामने वाले से मिलते हैं, बात करते हैं, और देखते हैं — क्या ‘कनेक्शन’ है या नहीं।समय खत्म होते ही आपको अगले पार्टिसिपेंट से मिलवाया जाता है।
इवेंट के अंत में अगर आप दोनों एक-दूसरे को ‘Yes’ करते हैं, तो मैच बन जाता है — और फिर आप उनसे दोबारा मिल सकते हैं
स्पीड डेटिंग क्या है?
स्पीड डेटिंग एक सोशल इवेंट होता है जिसमें एक ही जगह पर कई सिंगल लड़के और लड़कियां मिलते हैं. हर व्यक्ति को किसी दूसरे व्यक्ति से कुछ मिनटों (आमतौर पर 5 से 7 मिनट) तक बात करने का मौका दिया जाता है. जैसे ही टाइम खत्म होता है, लोग अगले पार्टनर के पास शिफ्ट करते हैं. इस तरह हर कोई कुछ ही समय में कई लोगों से मिलने का मौका मिलता है. इस इवेंट को ऑर्गनाइजर्स होस्ट करते हैं. लास्ट में एक सभी को एक कार्ड दिया जाता है, जिसमें उन्हें उन लोगों का नाम लिखना होता है जिनसे वो दोबारा मिलना चाहते हैं. अगर 2 लोग एक दूसरे का नाम लिखते हैं तो ऑर्गनाइजर उनका कॉन्टैक्ट शेयर कर देता है.
स्पीड डेटिंग के क्या हैं नुकसान?
हालांकि फायदे के साथ ही इसके कुछ नुकसान भी हैं. जैसे सबसे बड़ी बात ये कि 5 से 7 मिनट में किसी को सही से जानना मुश्किल होता है. कभी-कभी लोग सिर्फ बाहरी लुक या फर्स्ट इंप्रेशन के बेस्ड पर डिसिजन ले लेते हैं, जिससे गहराई वाले रिश्ते बनने की संभावना कम हो जाती है. कुछ लोग इसमें सिर्फ मजे के लिए आते हैं, किसी सीरियस रिश्ते की तलाश में नहीं. इसके अलावा, कुछ लोगों को भीड़-भाड़ या अजनबियों से जल्दी बातचीत करना असहज भी लग सकता है.