IMF ने पाकिस्तान को दी 1 अरब की राहत, भारत ने दी कड़ी चेतावनी
नई दिल्ली
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने पाकिस्तान को 1 अरब डॉलर की आर्थिक सहायता मंजूर की है। भारत ने इस फैसले पर आपत्ति जताते हुए IMF से पुनर्विचार की मांग की थी, लेकिन IMF ने अपने निर्णय का बचाव किया है।
IMF की संचार निदेशक जूली कोजैक ने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान ने लोन कार्यक्रम की सभी शर्तों को पूरा किया है और जरूरी सुधारों पर प्रगति दिखाई है। उन्होंने कहा, “हमारे बोर्ड ने मूल्यांकन किया कि पाकिस्तान ने सभी लक्ष्यों को पूरा किया है, इसलिए बोर्ड ने लोन जारी करने को मंजूरी दी।”
कोजैक ने यह भी बताया कि IMF द्वारा दी जाने वाली फंडिंग का मकसद केवल भुगतान संतुलन से जुड़े संकटों का समाधान करना है। IMF की प्रक्रिया के तहत बोर्ड समय-समय पर यह समीक्षा करता है कि कोई देश लोन की शर्तों को पूरा कर रहा है या नहीं।
भारत की आपत्ति
भारत ने IMF से पाकिस्तान को लोन देने पर चिंता जताई थी। भारत का कहना था कि इन फंड्स का उपयोग आतंकवाद को बढ़ावा देने में हो सकता है। हाल ही में भारत द्वारा “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तान में स्थित आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई की गई थी, जिसके बाद यह विवाद और गहराया।
रक्षा मंत्री ने दी सचेत रहने की सलाह
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि “पाकिस्तान को दी जाने वाली यह सहायता वास्तव में आतंकवाद के लिए अप्रत्यक्ष फंडिंग है।” उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं को ऐसे निर्णयों के प्रति सचेत रहने की सलाह दी थी।