ब्रह्मोस का वार और अग्नि-V का इशारा, अब पाकिस्तान की उलटी गिनती शुरू
नई दिल्ली
हाल ही में पहलगाम और बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमलों ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। धर्म पूछकर निर्दोष नागरिकों की हत्या कर देना, मानवता पर करारा प्रहार था। इन घटनाओं के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सख्त लहजे में ऐलान किया कि आतंकियों और उनके सरपरस्तों को बख्शा नहीं जाएगा।
23 मिनट में 9 आतंकी ठिकाने तबाह
भारत ने ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च कर पाकिस्तान और POK में मौजूद नौ आतंकी शिविरों को महज 23 मिनट में तबाह कर दिया। जवाबी हमले में पाकिस्तानी सेना ने भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की, लेकिन भारतीय सेना ने न सिर्फ इस हमले को विफल किया, बल्कि पलटवार करते हुए पाकिस्तान के 11 एयरबेस को पूरी तरह नष्ट कर दिया। इस करारे जवाब के बाद पाकिस्तान शांति की भीख मांगने लगा।
ब्रह्मोस का प्रहार, लेकिन अभी ब्रह्मास्त्र बाकी है
इस पूरे ऑपरेशन में भारत ने ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल का इस्तेमाल किया, जिसकी रेंज अब 450 किलोमीटर तक पहुंच चुकी है और इसे 800 किलोमीटर तक बढ़ाने की योजना पर काम चल रहा है। यह वही मिसाइल है जिससे पाकिस्तान की हालत खराब हो गई और सोचिए, अगर भारत अपनी इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-V का इस्तेमाल करता, तो अंजाम क्या होता?
5000+ किमी की रेंज, एक साथ कई लक्ष्य ध्वस्त
अग्नि-V मिसाइल को DRDO द्वारा विकसित किया गया है और यह ICBM (Inter-Continental Ballistic Missile) कैटेगरी की मिसाइल है। इसकी मारक क्षमता 5000 से 5800 किलोमीटर तक मानी जाती है, और कुछ विशेषज्ञ इसे 7000 किलोमीटर से भी ज्यादा बताते हैं। यह न सिर्फ परमाणु, बल्कि पारंपरिक हथियारों को भी ले जाने में सक्षम है।
MIRV तकनीक से लैस – एक मिसाइल, कई लक्ष्य
11 मार्च 2024 को प्रधानमंत्री मोदी ने ऐलान किया कि अग्नि-V का सफल परीक्षण MIRV तकनीक के साथ किया गया है। यह तकनीक मिसाइल को ‘मल्टी टारगेट डिलिवरी सिस्टम’ बनाती है यानी एक मिसाइल, कई वॉरहेड, और अलग-अलग लक्ष्य।
इसका मतलब है, एक ही अग्नि-V मिसाइल कई शहरों या ठिकानों पर एक साथ हमला कर सकती है।
MIRV टेक्नोलॉजी अब तक अमेरिका, रूस, चीन जैसे सीमित देशों के पास थी, और अब भारत भी इस एलीट क्लब का हिस्सा बन चुका है। भारत ने इसे मिशन दिव्यास्त्र के तहत टेस्ट किया।
भारत की रक्षा तैयारियों से कांप रहा है दुश्मन
जहां ब्रह्मोस जैसी क्रूज मिसाइल पाकिस्तान की नींद उड़ा रही है, वहीं अग्नि-V जैसे घातक हथियार ने चीन तक को चिंता में डाल दिया है। भारत की मिसाइल तकनीक आज न केवल आत्मनिर्भरता का प्रतीक है, बल्कि दुश्मनों को यह साफ संदेश देती है अब कोई भी कायराना हरकत बर्दाश्त नहीं की जाएगी।