इज़राइल की एयर स्ट्राइक में तेहरान और नतांज़ में न्यूक्लियर साइट्स और मिसाइल फैक्ट्री सहित कई उच्च रैंकिंग कमांडर मारे गए
तेहरान! इज़राइल ने शुक्रवार को एक व्यापक सैन्य अभियान “Operation Rising Lion” की शुरुआत की, जिसमें उसने ईरान के न्यूक्लियर और मिसाइल ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की। इस हमले के जरिए नतांज़ यूरेनियम एंरिचमेंट साइट समेत तेहरान, इस्फहान और अन्य क्षेत्रों में कई महत्वपूर्ण निशानें टारगेट की गईं ।
राज्यों के आधिकारिक सूत्रों की मानें तो इस हमले में ईरानी रिवोल्युशनरी गार्ड्स के कमांडर जनरल हुसैन सालामी, सशस्त्र बलों के चीफ मोहम्मद बाघेरी, और दो वरिष्ठ न्यूक्लियर वैज्ञानिक मारे गए हैं । साथ ही नतांज़ साइट पर भी भारी विस्फोट हुए, जिससे साइट को गंभीर क्षति पहुंचने की आशंका है ।
इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने वीडियो संदेश में कहा कि यह अभियान “हमारे अस्तित्व को खतरे में डालने वाले ईरानी कार्यों को रोकने” के लिए ज़रूरी है, और यह तब तक जारी रहेगा जब तक खतरा पूरी तरह समाप्त नहीं होता ।
प्रतिक्रिया और अंतर्राष्ट्रीय तनाव
ईरान के शिया धर्मगुरु आयातुल्ला अली ख़ामेनेई ने हमले की कड़ी निंदा की और “भयंकर बदला” लेने की धमकी दी। तेहरान के आसमान में सिलाईर खोले गए और अनेक इलाकों में रडार अलार्म बज उठे । तेल की कीमतों में 6-8% वृद्धि दर्ज की गई, और वैश्विक बाजार में शेयरों में भी गिरावट आई ।
अमेरिका की प्रतिक्रिया
संयुक्त राज्य अमेरिका ने स्पष्ट किया कि इस ऑपरेशन में उसकी कोई भागीदारी नहीं थी, हालांकि उसने इज़राइल को समर्थन देने का संकेत दिया है; साथ ही अमेरिकी रक्षा संरचनाओं को क्षेत्र में सुरक्षा हेतु तैयार रखने की बात कही ।
कूटनीतिक अस्थिरता
यह ऑपरेशन ऐसे समय हुआ है जब यूएस और ईरान ओमान में न्यूक्लियर तकरार के अंतिम दौर की वार्ता करने वाले थे । संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने दोनों पक्षों को संयम बरतने की अपील की है ।