चीन और तुर्की जैसे प्रमुख देश पाकिस्तान के पक्ष में
इजरायल ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में भारत की मिसाइल स्ट्राइक का खुलकर समर्थन किया है। भारत में इजरायल के राजदूत रुवेन अजर ने बुधवार सुबह एक ट्वीट में कहा कि भारत को आत्मरक्षा का पूरा अधिकार है। उन्होंने लिखा, “आतंकवादियों को यह समझना चाहिए कि निर्दोष नागरिकों पर हमलों के बाद उनके लिए अब कोई सुरक्षित ठिकाना नहीं है। उन्हें ज़रूर सबक सिखाया जाना चाहिए।”
यह समर्थन भारत के लिए अहम है, खासकर तब जब चीन और तुर्की जैसे प्रमुख देश पाकिस्तान के पक्ष में नजर आ रहे हैं
भारतीय सेना ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में यह कार्रवाई की। इस हमले में 26 निर्दोष नागरिक मारे गए थे। जवाबी कार्रवाई में भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। इसे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया।
भारतीय वायुसेना और सेना की संयुक्त कार्रवाई में जिन ठिकानों पर हमला किया गया, उनमें बहावलपुर स्थित मरकज सुभानअल्लाह, मुरीदके का मरकज तैयबा, सियालकोट का महमूना जोया फैसिलिटी, भिंबर का मरकज अहले हदीस, कोटली का मरकज अब्बास और मरकज राहील शाहिद, मुजफ्फराबाद का शावई नाला कैम और मरकज सैयदना बिलाल शामिल हैं।

इस बीच अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत-पाक तनाव पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, “यह एक शर्मनाक स्थिति है। हमने जैसे ही ओवल ऑफिस में कदम रखा, इसके बारे में सुना। मुझे पहले से ही कुछ बड़ा होने का अंदेशा था। दोनों देश कई दशकों से आपस में उलझे हुए हैं। मैं बस यही उम्मीद करता हूं कि यह सब जल्द शांत हो जाए।”
दूसरी ओर, तुर्की ने पाकिस्तान का समर्थन किया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी कि तुर्की के विदेश मंत्री ने उनके समकक्ष को फोन कर भारत की कार्रवाई की आलोचना की और क्षेत्रीय सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है। तुर्की ने भारत पर पाकिस्तान की संप्रभुता का उल्लंघन करने और निर्दोष नागरिकों को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया।