कराची की मलीर जेल में हिंसा और खौफ का तांडव
नई दिल्ली
पाकिस्तान में आंतरिक हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं, और अब देश की जेलें भी सुरक्षित नहीं बची हैं। कराची की मलीर जेल में सोमवार देर रात जो कुछ हुआ, उसने पूरे शहर को दहशत में डाल दिया। बंद कैदियों ने अचानक बगावत करते हुए जेल प्रशासन पर धावा बोल दिया और भारी हिंसा फैल गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कैदियों ने जेल का मुख्य दरवाजा तोड़ने की कोशिश की और अंधाधुंध भागना शुरू कर दिया। इस दौरान पुलिस और कैदियों के बीच झड़पें हुईं, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया। इस अप्रत्याशित जेल ब्रेक में कुल 216 कैदी फरार हो गए। सुरक्षाबलों ने तुरंत सर्च ऑपरेशन शुरू किया और अब तक 80 से ज्यादा कैदियों को दोबारा पकड़ लिया गया है, जबकि एक कैदी मारा गया।
हथियारबंद कैदियों ने किया हमला
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बगावत इतनी तेजी से हुई कि सुरक्षाबलों को संभलने का मौका नहीं मिला। कैदियों के पास हथियार कहां से आए, ये अभी तक स्पष्ट नहीं है, लेकिन जैसे ही उन्होंने हमला किया, पुलिस ने जवाब में फायरिंग शुरू कर दी। बावजूद इसके, कई कैदी फरार होने में सफल रहे। एक पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुआ है।
जेल के आसपास युद्ध जैसे हालात
मलीर जेल से लगे रिहायशी इलाकों में पूरी रात गोलियों की आवाजें गूंजती रहीं। लोगों ने खुद को और अपने बच्चों को घरों में छिपा लिया। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “ऐसा लगा जैसे हम किसी वॉर ज़ोन में हैं। बच्चों को लेकर बिस्तरों के नीचे छिपना पड़ा।”
हाईवे सील, सेना और रेंजर्स की तैनाती
जेल के पास स्थित नेशनल हाईवे को सील कर दिया गया है। पुलिस और रेंजर्स ने इलाके को पूरी तरह घेर लिया है। किसी भी कैदी के और भागने की संभावना को रोकने के लिए सेना की तैनाती भी की गई है। जेल डीआईजी हसन सेठो ने पुष्टि की है कि स्थिति अब नियंत्रण में है और जेल को पूरी तरह सील कर दिया गया है।
जेल प्रशासन पर उठे गंभीर सवाल
इस घटना ने पाकिस्तान की जेल प्रणाली पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। एक हाई-सिक्योरिटी जेल में इस स्तर की बगावत यह संकेत देती है कि देश की आंतरिक सुरक्षा और व्यवस्था चरमराती नजर आ रही है। अब प्रशासन सभी कैदियों की दोबारा गिनती करवा रहा है और घटना की जांच जारी है।