रूसी राष्ट्रपति ने कहा – मध्य पूर्व में युद्ध वैश्विक स्थिरता के लिए खतरा, रूस चुप नहीं बैठेगा
मॉस्को/तेहरान/जेरूसलम। ईरान और इस्राइल के बीच लगातार बढ़ते तनाव के बीच अब एक बड़ा भू-राजनीतिक बयान सामने आया है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में चेतावनी देते हुए कहा कि “अगर यह युद्ध और फैला, तो इसका असर केवल पश्चिम एशिया तक सीमित नहीं रहेगा। पूरी दुनिया इसकी चपेट में आ सकती है।”
पुतिन ने कहा कि रूस इस युद्ध पर चुप नहीं बैठ सकता, क्योंकि इससे वैश्विक ऊर्जा आपूर्ति, अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा और कूटनीतिक संतुलन पर गंभीर असर पड़ेगा। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि “शांति बहाल करना ज़रूरी है, वरना यह आग दुनिया भर में फैल सकती है।”
रूस की चिंता क्यों बढ़ी?
रूस, जो पहले ही यूक्रेन युद्ध में पश्चिमी देशों से टकराव झेल रहा है, अब मध्य पूर्व में अमेरिका और इस्राइल की गतिविधियों को अपने रणनीतिक हितों के खिलाफ मान रहा है। ईरान रूस का साझेदार रहा है, खासकर सीरिया युद्ध में। ऐसे में इस्राइल द्वारा ईरान पर किसी भी तरह की सीधी सैन्य कार्रवाई रूस को अप्रत्यक्ष रूप से चुनौती देती है।
क्या रूस करेगा हस्तक्षेप?
जब पत्रकारों ने रूस की भूमिका पर सवाल किया, तो पुतिन ने कहा कि रूस “स्थिति की निगरानी कर रहा है और अगर आवश्यक हुआ तो कूटनीतिक और सामरिक विकल्प खुले रखे हैं।”
दुनिया पर संभावित असर
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर यह युद्ध बढ़ा और अमेरिका खुलकर इस्राइल का समर्थन करने लगा, तो रूस और चीन जैसे देश ईरान के समर्थन में आ सकते हैं। इससे स्थिति तीसरे विश्व युद्ध की ओर बढ़ सकती है।