ऑनलाइन शॉपिंग में ठगी से कैसे बचें? सरकार ने बताए ये जरूरी टिप्स
नई दिल्ली
आज के दौर में ऑनलाइन शॉपिंग बेहद आसान हो गई है, लेकिन इसके साथ-साथ साइबर ठगी के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। जैसे-जैसे ई-कॉमर्स यूजर्स की संख्या बढ़ रही है, ऑनलाइन ठग भी नए-नए स्कैम्स से लोगों को फंसा रहे हैं।
सरकार ने जारी की चेतावनी
गृह मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) ने एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें लोगों को ऑनलाइन शॉपिंग से जुड़े फर्जीवाड़े से सतर्क रहने को कहा गया है। साइबर सुरक्षा अभियान CyberDost ने भी ट्विटर/X पर अलर्ट जारी करते हुए बताया कि नकली वेबसाइट्स और स्कैम मैसेज से सावधान रहें और केवल भरोसेमंद प्लेटफॉर्म पर ही शॉपिंग करें।
कैसे होता है ऑनलाइन शॉपिंग स्कैम?
1. फिशिंग डिलीवरी मैसेज
यूजर को एक SMS या ईमेल मिलता है, जिसमें लिखा होता है कि ऑर्डर होल्ड पर है या पेमेंट पेंडिंग है। दिए गए लिंक पर क्लिक करते ही यूजर नकली साइट पर पहुंच जाता है और उसकी बैंक डिटेल्स चोरी हो जाती हैं।
2. नकली ई-कॉमर्स वेबसाइट्स
कुछ साइट्स बिल्कुल असली वेबसाइट जैसी लगती हैं। ये भारी छूट और दुर्लभ प्रोडक्ट्स का लालच देकर यूजर से पैसे लेती हैं, लेकिन ऑर्डर कभी नहीं आता।
3. सोशल मीडिया स्कैम्स
फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म्स पर फर्जी डील्स की एड्स दिखती हैं। इन पर क्लिक करने से यूजर नकली वेबसाइट पर पहुंचता है जो पर्सनल डेटा मांगती है।
4. पेमेंट कन्फर्मेशन फ्रॉड
कुछ मैसेज में लिखा होता है कि ऑर्डर प्रोसेस नहीं हो पाया, कृपया पेमेंट वेरिफाई करें। लिंक क्लिक करते ही फोन में वायरस या मालवेयर डाउनलोड हो जाता है।
कैसे रखें खुद को सुरक्षित?
- अनजान नंबरों या ईमेल से आए लिंक पर कभी क्लिक न करें।
- हमेशा ऑफिशियल ऐप या वेबसाइट से ही ऑर्डर ट्रैक करें।
- वेबसाइट का URL जरूर चेक करें—“https://” से शुरू हो और spelling में कोई गलती न हो।
- किसी भी कंपनी को OTP या कार्ड CVV बताने की जरूरत नहीं होती—ऐसा पूछने वाले से तुरंत अलर्ट हो जाएं।
- नई वेबसाइट से शॉपिंग से पहले रिव्यू और रेटिंग जरूर देखें।
- ठगी का शिकार होने पर तुरंत 1930 पर कॉल करें या cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें।
सावधानी ही सुरक्षा है
ऑनलाइन शॉपिंग की सुविधा तभी तक अच्छी है जब तक आप सतर्क हैं। छोटी सी लापरवाही बड़ी आर्थिक हानि में बदल सकती है।