पहलगाम आतंकी हमले को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि सरकार पहलगाम हमले पर बड़ा कदम उठाए. हम सरकार के साथ हैं. अभी जवानों की जरुरत सीमा पर है. हमारी दोहरी चुनौती पाक और चीन दोनों है. अखिलेश ने कहा कि अगर पीओके की तरफ हम देखेंगे तो हमें चीन से भिड़ना पड़ेगा.अखिलेश ने आगे कहा कि हम राणा सांगा के मुद्दे पर खुले मंच पर बात करने को तैयार हैं. मगर कश्मीर में 24 सीट खाली है. ये जो सेना (करणी सेना) यहां घूम रही है वो वहां जाए और चुनाव करवा दे. सपा चीफ ने कहा कि सवाल ये नहीं है मैं किसके घर जा रहा हूं, किसके घर नहीं जा रहा हूं. सवाल ये है कि हमारे घर में आतंकवादी कैसे आए?
दिल्ली से इस पर सवाल उठाकर सरकार ध्यान भटकाना चाहती है. शहीदों के परिजन सरकार के सासंद-मंत्रियों पर अपना गुस्सा निकाल रहे हैं. मरने वालों को डेढ़ घंटे तक कोई पूछने नहीं आया. पीड़ितों को कोई अस्पताल में देखने नहीं गया. हम विश्व गुरु बनने का दावा कर रहे हैं. जो लोग सेक्यूलर और सोशलिस्ट देश बनाना चाहते थें वो कम्यूनल हो गए. अंग्रेजों के बनाए फामूर्ले पर इनका पूरा दल चल रहा है.

अखिलेश यादव ने पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा की. उन्होंने इसे सुरक्षा चूक और खुफिया विफलता का परिणाम बताया. इसके साथ ही केंद्र सरकार से कठोर कार्रवाई और सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने की मांग की. उन्होंने पीड़ित परिवारों के लिए 10 करोड़ रुपये मुआवजे और सरकारी नौकरी की मांग की.
इसके अलावा उन्होंने सिंधु जल समझौते को निलंबित करने के फैसले का समर्थन किया और कहा कि सपा ‘जल बंदी’ जैसे किसी भी कदम का पूर्ण समर्थन करेगी. पहलगाम आतंकी हमले में 26 पर्यटक मारे गए और कई घायल हुए हैं. हमले के बाद से ही जम्मू-कश्मीर में सेना का एक्शन जारी है.