जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले के बाद भारत का बड़ा कूटनीतिक कदम, विभिन्न राजनीतिक दलों के सांसद विश्व मंचों पर पाकिस्तान के झूठ का करेंगे पर्दाफाश
नई दिल्ली
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में अप्रैल 2025 में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने आतंक के खिलाफ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाकर आतंकियों को करारा जवाब दिया। अब भारत सरकार ने पाकिस्तान को वैश्विक मंच पर बेनकाब करने के लिए एक और बड़ा कदम उठाया है। विभिन्न राजनीतिक दलों के सांसदों की टीमें विदेशों में जाकर पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद के सबूत पेश करेंगी।
सभी पार्टियों के सांसद शामिल
सरकारी सूत्रों के अनुसार, भारत के विदेश मंत्रालय ने एक बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल तैयार किया है जिसमें भाजपा, कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, द्रमुक, राकांपा, जदयू, बीजद, वाम दल और अन्य पार्टियों के सांसद शामिल होंगे। ये टीमें अगले 10 दिनों तक कई देशों की यात्रा कर वहां की सरकारों और थिंक टैंकों से मुलाकात करेंगी।
प्रतिनिधिमंडल में भाजपा के अनुराग ठाकुर, अपराजिता सारंगी, कांग्रेस के शशि थरूर, मनीष तिवारी, सलमान खुर्शीद और रालोद के अमर सिंह जैसे प्रमुख नेता शामिल हो सकते हैं। इन सांसदों को विदेश मंत्रालय द्वारा तैयार की गई विस्तृत जानकारी और दस्तावेज दिए जाएंगे ताकि वे भारत का पक्ष मजबूती से प्रस्तुत कर सकें।
इस पहल को व्यापक समर्थन भी मिल रहा है। कांग्रेस ने इसका समर्थन करते हुए यह सुनिश्चित करने की बात कही है कि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की बात ठीक तरह से पहुंचे। हालांकि कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से सर्वदलीय बैठक न बुलाने और संसद में इस मुद्दे पर चर्चा से बचने को लेकर आलोचना भी की।
यह कूटनीतिक अभियान इस बात का संकेत है कि भारत अब केवल सीमा पर नहीं, बल्कि वैश्विक मंचों पर भी आतंक के खिलाफ अपनी लड़ाई को मजबूती से आगे बढ़ा रहा है।