निशिकांत दुबे का बड़ा हमला, कांग्रेस ने पाकिस्तान को दी सेना की जानकारी?
नई दिल्ली
कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा विदेश मंत्री एस. जयशंकर से सवाल पूछे जाने पर सियासी विवाद गहराता जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे ने शुक्रवार को राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए उन्हें “पाखंडी” करार दिया और कांग्रेस पर देशद्रोह तक का आरोप लगाया।
दुबे ने अपने बयान में 1991 में कांग्रेस समर्थित चंद्रशेखर सरकार के दौरान भारत और पाकिस्तान के बीच हुए सैन्य पारदर्शिता समझौते का जिक्र किया। उन्होंने दावा किया कि इस समझौते में दोनों देशों ने एक-दूसरे को सैन्य गतिविधियों की जानकारी साझा करने पर सहमति जताई थी। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या यह पाकिस्तान के साथ सुरक्षा पारदर्शिता को बढ़ावा देना नहीं था, जबकि भारत दशकों से पाकिस्तान को एक आतंकवादी राष्ट्र मानता आया है?
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस ने 1947 से लेकर शिमला समझौता (1975) तक कई बार पाकिस्तान को “छूट” दी। दुबे के अनुसार, कांग्रेस की सरकारों ने सेना की रणनीति तक सार्वजनिक कर दी, जो देश की सुरक्षा के लिए खतरा है। उन्होंने मांग की कि भारत सरकार को कांग्रेस के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करना चाहिए।
कांग्रेस का पलटवार
कांग्रेस ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि फरवरी 1991 में ही उन्होंने चंद्रशेखर सरकार से समर्थन वापस ले लिया था और उस समय आम चुनावों की घोषणा हो चुकी थी।
राहुल गांधी ने क्या कहा था?
विवाद की शुरुआत राहुल गांधी के उस बयान से हुई, जिसमें उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान खोए गए भारतीय वायुसेना के विमानों को लेकर एस. जयशंकर की “चुप्पी” पर सवाल उठाए थे। उन्होंने दावा किया कि जयशंकर ने यह स्वीकार किया है कि भारत ने ऑपरेशन से पहले पाकिस्तान को सूचना दी थी। राहुल ने कहा कि देश को सच्चाई जानने का अधिकार है।