हनीमून बना मौत का ट्रैप, ऑनलाइन कुल्हाड़ी से पति का क़त्ल
इंदौर
इंदौर से शादी के बाद हनीमून मनाने मेघालय पहुंचे राजा रघुवंशी की मौत एक हादसा नहीं बल्कि सोची-समझी साजिश थी। उनकी पत्नी सोनम रघुवंशी ने अपने प्रेमी राज कुशवाहा और तीन सुपारी किलर्स के साथ मिलकर राजा की हत्या की योजना पहले ही तैयार कर ली थी।
ऐप से जुड़ा रिश्ता
सोनम और राजा के परिवार की मुलाकात एक रघुवंशी ऐप के जरिए हुई थी। 11 फरवरी को दोनों का रोका हुआ और 11 मई को शादी। लेकिन शादी से पहले ही सोनम ने राजा को खत्म करने की योजना बना ली थी ताकि वह प्रेमी से शादी कर सके।
16 मई को बना फाइनल प्लान
शादी के महज 6 दिन बाद, 16 मई को सोनम और राज ने मिलकर अंतिम प्लान बनाया। सोनम ने राजा को हनीमून के लिए शिलांग चलने को राज़ी किया, जबकि उसके प्रेमी के तीन साथी पहले ही गुवाहाटी पहुंच चुके थे।
ऑनलाइन ऑर्डर की गई कुल्हाड़ी
गुवाहाटी में ही आरोपियों ने ऑनलाइन छोटी कुल्हाड़ी (डाव) मंगाई। इसी हथियार से राजा की हत्या की गई। सोनम ने 20 लाख रुपये देने का वादा किया था, वहीं वारदात के समय मोटिवेशन के तौर पर 15 हजार रुपये भी दिए।
कैसे की गई हत्या?
23 मई को सोनम ने फोटोशूट का बहाना बनाकर राजा को शिलांग के कोरसा इलाके की पहाड़ियों पर ले गई। खुद थकने का बहाना बनाकर पीछे रह गई और जैसे ही जगह सुनसान हुई, चिल्लाकर कहा “मार दो इसे”। इसके बाद तीनों आरोपियों ने मिलकर राजा की हत्या कर दी।
पुलिस को ऐसे मिला सुराग
मेघालय पुलिस को एक सीसीटीवी फुटेज मिला जिसमें सोनम राजा से थोड़ी दूरी पर खड़ी होकर फोन पर चैटिंग कर रही थी। कॉल रिकॉर्ड्स खंगालने पर आरोपियों का कनेक्शन इंदौर से मिला और मामले की परतें खुलती चली गईं।
नेपाल भागने की थी कोशिश
हत्या के बाद सोनम ने मोबाइल तोड़ दिया और अकेले शिलांग से वाराणसी होते हुए गाजीपुर पहुंची। यहां से वह नेपाल भागने की फिराक में थी, लेकिन जब उसे अपने प्रेमी व आरोपियों की गिरफ्तारी की खबर लगी, तो गाजीपुर में आत्मसमर्पण कर दिया।