विराट कोहली के बचपन का सपना जो बन गया हकीकत!
विराट कोहली — एक ऐसा नाम जिसे आज क्रिकेट का पर्याय माना जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक समय था जब वह महज एक स्कूल बॉय थे, जो अपनी क्लास में सबके सामने गर्व से कहते थे. ‘मैं अगला सचिन तेंदुलकर बनूंगा’ दिल्ली के एक मध्यमवर्गीय परिवार से आने वाले विराट कोहली ने 9 साल की उम्र से क्रिकेट खेलना शुरू किया। वह सिर्फ खेल नहीं रहा था, वह सपना जी रहा था।और फिर समय ने करवट ली। वह बच्चा, जो सचिन बनने का सपना देखता था, एक दिन उसी के साथ बल्लेबाजी करने मैदान पर उतरा।विराट आगे बताते हैं ‘ड्रेसिंग रूम में सचिन के बगल में बैठना मेरे लिए सपना पूरा होने जैसा था।’विराट ने न सिर्फ अपने आदर्श के साथ खेला, बल्कि सचिन के रिकॉर्ड्स को चुनौती भी दी। आज वह दुनिया के सबसे सफल बल्लेबाज़ों में गिने जाते हैं।कहते हैं ना, अगर आप अपने सपनों को सच्चे दिल से चाहो, तो पूरा ब्रह्मांड उन्हें पूरा करने में लग जाता है।

विराट कोहली इसका जीता-जागता उदाहरण हैं।
दरअसल, भारतीय टीम के स्टार बैटर विराट कोहली (Virat Kohli) के स्कूल की टीचर विभा सचदेव ने खुलासा किया है कि उन्हें बचपन से ही ये कहते थे कि वह अगले सचिन तेंदुलकर बनेंगे। बता दें कि विराट कोहली को आज भारत के सबसे अच्छे बल्लेबाज और तेंदुलकर के सच्चे उत्तराधिकारी के रूप में जाना जाता हैं। 36 साल के कोहली मौजूदा समय में आईपीएल 2025 में खेल रहे हैं, जहां 11 मैचों में अब तक उन्होंने 505 रन बनाए हैं, जो कि इस टूर्नामेंट का सबसे अधिक रन हैं।सचदेव ने यह भी खुलासा किया कि विराट ने हमेशा अपनी परीक्षाओं में अच्छा प्रदर्शन किया। वह एवरेज से ऊपर स्कोरर रहे और और केवल एक बार जब वह कुछ अंक गंवा बैठे थे, जब उसकी प्रैक्टिस में ज्यादा समय लग गया था। पश्चिम विहार के विशाल भारती पब्लिक स्कूल के टीचर उसके संघर्ष को पूरी तरह समझते थे और उसे मार्गदर्शन देकर उसका सहयोग करते थे।बता दें कि विराट 36 की उम्र में दुनिया के सबसे फिट खिलाड़ियों में से हैं। आईपीएल के मौजूदा सीजन में उनका बल्ला खूब गरज रहा हैं। उन्होंने 500 से ज्यादा रन बना लिए हैं और वह ऑरेंज कैप की रेस में सबसे आगे हैं।