शाहूजी महाराज के बहाने कुर्मी-कोइरी वोट साधने की कोशिश
पटना
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की बिसात बिछनी शुरू हो गई है और इस बार बहुजन समाज पार्टी (बसपा) एक नई रणनीति के साथ मैदान में है। जिस ‘लव-कुश’ फॉर्मूले के सहारे नीतीश कुमार ने 20 साल पहले सत्ता पर कब्जा जमाया था, अब बसपा उसी जातीय समीकरण के सहारे अपनी राजनीतिक ज़मीन तैयार करने में जुटी है।
आकाश आनंद, बसपा के राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर, ने पटना में छत्रपति शाहूजी महाराज की जयंती पर आयोजित सम्मेलन में खुलकर संकेत दिया कि बसपा बिहार में दलित, पिछड़े और अति पिछड़ों को एकजुट कर एक नया राजनीतिक प्रयोग करने जा रही है।
इस मौके पर आकाश आनंद ने न सिर्फ दलित नेतृत्व को आगे बढ़ाने की बात कही, बल्कि कुर्मी-कोइरी जैसी प्रभावशाली जातियों को साथ लाने की मंशा भी जाहिर की। उन्होंने कहा कि जैसे मायावती ने यूपी में सामाजिक परिवर्तन लाया, वैसे ही बिहार में भी बसपा बदलाव का वाहक बनेगी। शाहूजी महाराज के योगदान को याद करते हुए उन्होंने कहा कि अब बिहार को भी एक ऐसा नेतृत्व चाहिए जो दलितों और पिछड़ों को सामाजिक न्याय दिला सके।
‘लव-कुश’ फार्मूले पर सीधी चुनौती
नीतीश कुमार ने कुर्मी और कुशवाहा समुदाय को साथ लाकर ‘लव-कुश’ समीकरण के जरिए अपनी सत्ता की नींव रखी थी। बसपा अब इसी वोट बैंक में सेंध लगाने की तैयारी में है। पार्टी मानती है कि दलितों के साथ अगर कुर्मी-कोइरी वर्ग का समर्थन मिल जाए, तो वह बिहार की राजनीति में बड़ी भूमिका निभा सकती है।
बसपा की पूरी तैयारी
बसपा ने ऐलान किया है कि वह बिहार की सभी 243 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी। रणनीति साफ है दलितों के साथ-साथ कुर्मी और कोइरी जैसे पिछड़े वर्गों को साधना। हालांकि, यह राह आसान नहीं है। अभी तक बिहार में बसपा की कोई बड़ी पकड़ नहीं रही है और पार्टी के कई विधायक जीतने के बाद दूसरी पार्टियों में चले जाते हैं।
यूपी मॉडल, बिहार में कितना सफल?
उत्तर प्रदेश में मायावती ने कुर्मी-कोइरी वर्ग के साथ गठजोड़ कर बड़ी जीत दर्ज की थी, लेकिन बिहार में यह समीकरण कितना असर दिखाएगा, यह कहना अभी जल्दबाजी होगा। हालांकि, सीमावर्ती जिलोंगोपलगंज, चंपारण और शाहाबाद में बसपा का प्रभाव देखा गया है।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या बसपा का यह नया जातीय संतुलन बिहार में नीतीश कुमार के लव-कुश फॉर्मूले को चुनौती दे पाएगा या फिर यह प्रयोग भी अतीत की रणनीतियों की तरह कमजोर पड़ जाएगा।