BJP-नीतीश गठजोड़ को टक्कर देगी कांग्रेस की नई टीम
पटना
बिहार में इस साल के अंत में प्रस्तावित विधानसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस ने अपनी तैयारियों का आगाज़ कर दिया है। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को 58 पार्टी पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है, जो राज्यभर में संगठन को मजबूत करने और चुनावी गतिविधियों की निगरानी का काम करेंगे।
इस ‘स्पेशल 58’ टीम में विंग कमांडर अनुमा आचार्य (सेवानिवृत्त), अली मेहंदी, अशोक चांदना, मनोज यादव, नदीम जावेद, शोएब खान, अखिलेश यादव, वीरेंद्र यादव जैसे नेता शामिल हैं। माना जा रहा है कि यह टीम जमीनी स्तर पर फीडबैक जुटाने और संगठन की तैयारियों को धार देने का काम करेगी।


पिछले चुनाव में प्रदर्शन और इस बार की रणनीति
2020 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 70 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन उसे महज 19 सीटों पर जीत मिली थी। उस समय वह राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेतृत्व वाले महागठबंधन का हिस्सा थी। आरजेडी ने 144 सीटों पर चुनाव लड़ा और 75 सीटें जीतीं, जबकि गठबंधन की अन्य सहयोगी भाकपा (माले) लिबरेशन को 19 में से 12 सीटों पर जीत मिली।
इस बार कांग्रेस के लिए चुनाव बेहद अहम हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में कमजोर प्रदर्शन के बाद कांग्रेस बिहार विधानसभा चुनाव को संगठन के पुनर्गठन और राज्य में अपनी पैठ मजबूत करने के अवसर के रूप में देख रही है।
चुनाव आयोग की तैयारियां तेज
बिहार विधानसभा की 243 सीटों पर चुनाव अक्टूबर-नवंबर में कराए जाने की संभावना है। चुनाव आयोग ने भी राज्य में तैयारियों को रफ्तार दे दी है। कांग्रेस की ओर से पर्यवेक्षकों की नियुक्ति यह संकेत देती है कि पार्टी इस बार किसी भी स्तर पर चूक नहीं करना चाहती।