दिल्ली में खत्म हुआ पुरानी गाड़ियों का दौर, सरकार ने कसी कमर
नई दिल्ली
दिल्ली में वायु प्रदूषण से निपटने के लिए 1 जुलाई 2025 से एक बड़ा बदलाव लागू होने जा रहा है। इस तारीख से ‘एंड-ऑफ-लाइफ’ (EOL) घोषित की गई पुरानी गाड़ियों को पेट्रोल पंप से ईंधन नहीं मिलेगा। यानी वे वाहन जो अपनी निर्धारित उम्र पार कर चुके हैं, अब दिल्ली की सड़कों पर नहीं चल पाएंगे।
दिल्ली सरकार और वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने यह कदम वायु प्रदूषण को काबू में लाने के लिए उठाया है। इन गाड़ियों को जब्त कर स्क्रैप किया जाएगा, जिससे उनके पुर्जों का पुनः उपयोग संभव होगा।
100 टीमें तैनात, 520 पंपों पर लगी हाईटेक तकनीक
इस योजना को सख्ती से लागू करने के लिए ट्रैफिक और ट्रांसपोर्ट विभाग की 100 टीमें बनाई गई हैं। ये टीमें सड़कों पर EOL गाड़ियों को पहचानेंगी और कार्रवाई करेंगी। दिल्ली के सभी 520 पेट्रोल पंपों पर ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकॉग्निशन (ANPR) सिस्टम लगाया गया है, जो EOL वाहनों की पहचान कर सकता है।
गाड़ियां बन रही हैं प्रदूषण का कारण
भारत में इस समय BS-VI मानक वाली गाड़ियां चल रही हैं, जो कम प्रदूषण करती हैं। लेकिन बड़ी संख्या में पुरानी BS-II और BS-III गाड़ियां अभी भी सड़कों पर मौजूद हैं, जो वायु में अधिक पार्टिकुलेट मैटर (PM) छोड़ती हैं।
62 लाख से ज्यादा EOL गाड़ियां दिल्ली में मौजूद
CAQM के मुताबिक, दिल्ली में करीब 62 लाख EOL वाहन हैं, जिनमें से 41 लाख दोपहिया वाहन हैं। 2024 में ही दिल्ली में 39,273 गाड़ियां जब्त की गईं। 29.5 लाख वाहनों को PUC (Pollution Under Control) सर्टिफिकेट रिन्यू करवाने का नोटिस दिया गया।
दिल्ली में प्रवेश बिंदुओं पर भी लगेगा सिस्टम
दिल्ली में प्रवेश करने वाले 156 रूट्स पर भी निगरानी सिस्टम लगाया जा रहा है ताकि बाहरी EOL गाड़ियां शहर में प्रवेश न कर सकें।
1 नवंबर से इन शहरों में भी लागू होंगे नियम
दिल्ली के साथ-साथ ये सख्त नियम 1 नवंबर 2025 से गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद, गौतम बुद्ध नगर और सोनीपत में भी लागू होंगे। वहीं, 1 अप्रैल 2026 से पूरे NCR में इस पॉलिसी को लागू करने की योजना है।
BS-IV बनाम BS-VI
CAQM अधिकारियों का कहना है कि BS-IV वाहनों की तुलना में BS-VI वाहन 4.5 गुना कम प्रदूषण फैलाते हैं। यही कारण है कि पुराने वाहनों को हटाना जरूरी हो गया है। जब अधिकारियों से पूछा गया कि दूसरे राज्यों से दिल्ली आने वाली पुरानी बसें क्या ISBT जैसे टर्मिनल पर ईंधन भरवा सकेंगी? तो उन्होंने कहा कि ऐसी गाड़ियों पर भी जल्द ही कार्रवाई की योजना बनाई जा रही है।