जल संरक्षण की मुहिम में CM की बड़ी पहल, शीतलदास बगिया से दिया स्वच्छता का संदेश
भोपाल
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भोपाल में शीतलदास की बगिया की सफाई कार्य में भाग लेकर स्वच्छता का संदेश दिया। इस अवसर पर उन्होंने सफाई कर्मियों का सम्मान भी किया। प्रदेश में जल संरक्षण को लेकर चलाए जा रहे जल गंगा संवर्धन अभियान को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है।
सीएम ने पुरानी बावड़ी के जीर्णोद्धार कार्य का निरीक्षण किया और जल स्रोतों के संरक्षण हेतु आवश्यक निर्देश जारी किए। इस अभियान को लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर के मंदिरों और घाटों के निर्माण के संकल्प से जोड़ा गया है। 300वीं जयंती वर्ष पर उनकी स्मृति में जल स्रोतों की सुरक्षा को सरकार प्राथमिकता दे रही है।
जल संरक्षण के लिए व्यापक प्रयास
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बताया कि प्रदेश में जल संरक्षण हेतु जल गंगा संवर्धन अभियान चलाया जा रहा है। भोपाल नगर निगम द्वारा 22 बावड़ियों का संरक्षण किया जा रहा है। पुरानी बावड़ी के जीर्णोद्धार कार्य से न केवल जल स्रोतों का पुनरुद्धार होगा, बल्कि हमारी सांस्कृतिक विरासत भी संरक्षित रहेगी।
इस अभियान के तहत जल संरक्षण और पुनर्जीवन के लिए विभिन्न गतिविधियां संचालित की जा रही हैं, जैसे पौधरोपण, वर्षा जल संचयन, और जल संरक्षण जागरूकता कार्यक्रम।
सफाईकर्मियों को किया सम्मानित
सीएम ने शीतलदास की बगिया में सफाई कार्य में सहयोग करने वाले सफाई मित्रों का सम्मान करते हुए उनकी सेवा भावना को नमन किया। उन्होंने सोशल मीडिया पर इस श्रमदान की तस्वीरें भी साझा कीं और जनभागीदारी से जल संरक्षण को एक जनआंदोलन बनाने का आह्वान किया।
जल गंगा संवर्धन अभियान की प्रमुख बातें
यह 90 दिवसीय अभियान 30 मार्च को वर्ष प्रतिपदा के दिन उज्जैन की पवित्र क्षिप्रा नदी से शुरू हुआ और 30 जून तक चलेगा। इसकी थीम “जन सहभागिता से जल स्त्रोतों का संवर्धन एवं संरक्षण” रखी गई है। इस अभियान के अंतर्गत प्रदेश भर में जल संरक्षण को लेकर जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। स्कूलों में बच्चों को जल बचाने के प्रति जागरूक किया जा रहा है, वहीं ग्रामीण और शहरी इलाकों में वर्षा जल संचयन को बढ़ावा देने के लिए विशेष कार्य किए जा रहे हैं। प्रमुख चौराहों पर प्याऊ की व्यवस्था की जा रही है और जल स्रोतों के पुनर्जीवन के लिए पौधरोपण व अन्य संरक्षण गतिविधियाँ चलाई जा रही हैं।