‘संस्कार पहले, फैशन बाद में’, मंत्री के बयान ने फिर खड़ा किया नया विवाद
इंदौर
मध्य प्रदेश के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय एक बार फिर अपने बयान को लेकर चर्चा में हैं। इंदौर में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में महिलाओं के पहनावे को लेकर दिए गए उनके बयान ने सोशल मीडिया पर बहस छेड़ दी है।
कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा, “मुझे तो कम कपड़े पहनने वाली लड़की अच्छी नहीं लगती। कई बार लड़कियां मेरे साथ सेल्फी खिंचवाने आती हैं, तो मैं कहता हूं अच्छे कपड़े पहन कर आओ, फिर फोटो खिंचवाना।”
विदेशी कहावत से की तुलना
विजयवर्गीय ने एक विदेशी कहावत का ज़िक्र करते हुए कहा कि, “वहां कहा जाता है जैसे कम कपड़े पहनने वाली लड़की सुंदर होती है, वैसे ही छोटा भाषण देने वाला नेता अच्छा होता है। लेकिन मैं इस सोच से सहमत नहीं हूं। हमारे यहां महिला देवी का स्वरूप मानी जाती है।”
पश्चिम में कम कपड़े सुंदरता की पहचान
उन्होंने यह भी जोड़ा कि भारतीय संस्कृति में महिलाओं को अच्छे वस्त्र, श्रृंगार और आभूषणों में सुंदर माना जाता है, जबकि पश्चिमी देशों में कम कपड़ों को सुंदरता का मापदंड माना जाता है जिसे उन्होंने गलत ठहराया।
विजयवर्गीय का यह वीडियो इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिस पर विभिन्न प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।