राजा रघुवंशी के मोक्ष के लिए परिजनों ने नारायण बलि व पिंडदान किया, सोनम का भाई भी रहा पूरे समय साथ
इंदौर के बहुचर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड में जहां एक ओर आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस जांच में जुटी है, वहीं दूसरी ओर राजा के परिजनों ने उनकी आत्मा की शांति के लिए धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया।
राजा के बड़े भाई विपिन रघुवंशी और भतीजे विधान उज्जैन के सिद्धवट पहुंचे, जहां उन्होंने नारायण बलि का पूजन कर पिंडदान और तर्पण किया। विशेष बात यह रही कि इस पूजन में सोनम का भाई गोविंद भी शामिल हुआ, जो पूरे समय राजा के परिवार के साथ रहा।
गोविंद ने राजा की मोक्ष की कामना करते हुए तर्पण किया, और मीडिया से बातचीत में अपनी बहन सोनम पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, “सोनम ने पूरे देश में हमारा नाम बदनाम किया। वह जिद्दी और गुस्से वाली थी। अगर मुझे उसके और राज कुशवाह के रिश्ते की जानकारी पहले होती, तो या उन्हें भगा देता या उनकी शादी करवा देता। उसने जो किया वह माफ के लायक नहीं है। अगर वह दोषी है, तो उसे फांसी की सजा मिलनी चाहिए।”
पूजन का विवरण
पंडित राजेश त्रिवेदी, श्री क्षेत्र पंडा समिति के अध्यक्ष ने बताया कि यह कर्म राजा के मोक्ष की प्राप्ति के लिए आवश्यक होता है। राजा रघुवंशी के परिजनों ने दस दिन तक चले पूजन और संस्कार किए। पिंडों को मां शिप्रा में प्रवाहित किया गया, और अंत में सिद्धनाथ के दर्शन कर दान-पुण्य भी किया गया।
परिवार और समाज के लिए संदेश
राजा के परिजनों ने दिखाया कि धार्मिक रीति-रिवाजों और सामाजिक सौहार्द से बड़ी से बड़ी त्रासदी को भी संयम और श्रद्धा से संभाला जा सकता है। वहीं गोविंद का बयान इस बात का प्रतीक है कि सत्य के साथ खड़े रहना, रिश्तों से ऊपर न्याय को रखना आज भी समाज में जीवित है।