काला बैग बना पुलिस के लिए पहेली, जानिए क्या-क्या था अंदर
इंदौर
इंदौर के ट्रांसपोर्टर राजा रघुवंशी की हत्या मामले में कुल 8 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जिनमें 3 मुख्य हत्यारे, 2 षड्यंत्रकारी और 3 साक्ष्य मिटाने वाले शामिल हैं। लेकिन अब भी पांच बेहद अहम सबूत पिस्तौल, ₹5 लाख नकद, लैपटॉप, सोने की चेन और अंगूठी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं।
राजा रघुवंशी की हत्या के लिए पहले पिस्तौल से वार करने की योजना बनाई गई थी। इसके लिए सोनम और राज ने सिकलीगर से हथियार खरीदा था, लेकिन अंत में मेघालय में स्थानीय हथियार ‘डॉव’ से हत्या को अंजाम दिया गया।
गायब बैग में थे सबूत, फ्लैट मालिक पर गंभीर आरोप
सोनम रघुवंशी ने हत्या के बाद देवास नाका स्थित फ्लैट में एक काला बैग छिपाया था। बाद में आरोपी विक्की चौहान ने यह बैग सोनम तक पहुंचाया। बैग में पांच लाख रुपये, एक पिस्तौल और एक लैपटॉप था।
लेकिन शिलोम जेम्स और गार्ड बल्लू ने बैग को जला दिया और लैपटॉप को पास के खाली प्लॉट में फेंक दिया। अब पुलिस का शक है कि फ्लैट की दूसरी चाबी बिल्डर लोकेंद्र सिंह तोमर के पास थी, जिसने पहले ही बैग से कीमती चीजें निकाल लीं।
शिलॉन्ग पुलिस की क्रॉस इंटरोगेशन रणनीति
23 जून को लोकेंद्र को ग्वालियर से गिरफ्तार कर तीन दिन के ट्रांजिट रिमांड पर लिया गया है। बुधवार को शिलॉन्ग पुलिस उसे शिलोम और बल्लू के आमने-सामने बिठाकर पूछताछ करेगी कि आखिर गायब पिस्तौल, नकदी, गहने और लैपटॉप कहां गए।
लैपटॉप में हो सकते हैं डिजिटल सबूत
पुलिस को शक है कि लैपटॉप में हत्या से जुड़े कोई डिजिटल सबूत या बातचीत हो सकती है, जिससे केस में बड़ा मोड़ आ सकता है। इसलिए लैपटॉप की तलाश और भी अहम हो गई है।