जनवरी–मार्च 2025 के सिर्फ तीन महीनों में, महाराष्ट्र में 767 किसान आत्महत्या कर गए…सरकारी आंकड़े बताते हैं:
767 कुल मामले…
373 परिवारों को ₹1 लाख की राहत मिली…
200 को criteria की वजह से इंकार…
बाक़ी 194 केस अब भी under inquiry हैं”
इस पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कड़ा रुख़ अपनाया:’सरकार ने कहा था किसानों की आमदनी दोगुनी होगी…पर उनकी ज़िंदगी, आधी हो गई.इन आत्महत्याओं के पीछे मुख्य कारण — गंभीर कर्ज़, फसल की असफलता, और असमय बारिश की तबाही।
3 महीनों में 700 से अधिक किसानों ने की आत्महत्या
राहुल गांधी ने सरकार को घेरते हुए कहा कि सिर्फ तीन महीने में 767 किसानों ने आत्महत्या कर ली हैं. उन्होंने कहा कि ये सिर्फ आंकड़ा नहीं हैं बल्कि 767 किसानों के उजड़े हुए घर हैं. ये वो परिवार हैं जो कभी नहीं संभल पाएंगे. सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार इस मामले पर एकदम चुप है. बस बेरुखी से देख रही है.
किसानों पर नहीं अमीरों पर दे रही है ध्यान
राहुल ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि किसान हर दिन कर्ज में और गहराई तक डूब रहा है. बीज महंगे हैं, खाद महंगी है, डीजल महंगा है. लेकिन MSP की कोई गारंटी नहीं. उन्होंने कहा कि जब किसान अपनी कर्ज माफी के लिए मांग करते है, तो उनकी मांगों को नजरअंदाज किया जाता है. उन्होंने कहा कि ये बहाने सिर्फ किसानों के लिए ही है. लेकिन जिनके पास करोड़ो हैं. उनके लोन को मोदी सरकार आराम से माफ कर देती है. इस बात का उदाहरण देते हुए उन्होंने अनिल अंबानी के 48,000 करोड़ का SBI फ्रॉड के बारे में बताया.
सरकार किसानों को मार रही है
राहुल गांधी ने केंद्र सरकार की तरफ से किए गए वादे को याद करवाते हुए कहा कि मोदी जी ने कहा था कि किसान की आमदनी दोगुनी कर देंगे. किसानों की आत्महत्या के मामलों को देखते हुए अंदाजा लगाया जा सकता है कि आय तो दोगुनी नहीं हुई लेकिन किसानों की जिंदगी ही आधी हो रही है. उन्होंने कहा कि ये सिस्टम किसानों को चुपचाप और लगातार मार रहा है. बस मोदी जी अपने ही पीआर का तमाशा देख रहे हैं.
रीढ़ की हड्डी हो रही कमजोर
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा था कि भारत एक कृषि प्रधान राज्य है और किसान हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं. लेकिन, विदेशी निर्भरता की वजह से यह रीढ़ कमजोर होती जा रही है. उन्होंने कहा कि भारत का 80% उर्वरक चीन से आता था, लेकिन अब चीन ने इसको भेजना बंद कर दिया. उन्होंने सरकार को घेरते हुए कहा कि जब सरकार को पता था कि ऐसा कुछ होने वाला है तो, उन्होंने इसकी व्यवस्था पहले क्यों नहीं की.