सरकार और माफियाओं की मिलीभगत से महंगा हुआ बजरी: गहलोत
जयपुर
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मौजूदा भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार बजरी माफियाओं के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है। जयपुर एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत के दौरान गहलोत ने कहा, “जब सरकार कार्रवाई नहीं कर रही है, तो साफ है कि इसमें मिलीभगत है। संभव है कि सरकार चंदा वसूल रही हो, तभी तो इन माफियाओं पर कोई अंकुश नहीं लग रहा।”
गहलोत ने यह भी कहा कि बजरी माफिया इतने बेखौफ हो गए हैं कि पुलिस कांस्टेबल तक को कुचल देते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार के प्रयासों में ईमानदारी नहीं है, जबकि उनकी सरकार ने बजरी की बढ़ती कीमतों पर नियंत्रण की ईमानदार कोशिश की थी।
एसआई भर्ती को लेकर जताई नाराज़गी
अशोक गहलोत ने वर्ष 2021 की एसआई भर्ती प्रक्रिया पर भी सरकार की चुप्पी को लेकर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “सरकार बने डेढ़ साल हो गया है, लेकिन अभी तक इस मामले पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है। ना तो इसे रद्द किया गया और ना ही आगे बढ़ाया गया।” उन्होंने यह भी कहा कि यदि पिछली सरकार में कोई गड़बड़ी हुई है, तो दोषियों पर कार्रवाई हो, लेकिन ईमानदार चयनित युवाओं को अनिश्चितता में न डाला जाए।
‘अशोक गहलोत’ से बना ‘अशोक सर’
महात्मा गांधी अंग्रेजी मीडियम स्कूलों को लेकर गहलोत ने एक दिलचस्प किस्सा साझा किया। उन्होंने कहा कि जब वे जोधपुर दौरे पर थे, तो एक बच्चा उनकी गाड़ी के पास आया और ‘अशोक सर’ कहकर पुकारा। जब उन्होंने स्टाफ से इसका कारण पूछा, तो बताया गया कि वहां इंग्लिश मीडियम स्कूल खुला है, और बच्चे अब उन्हें ‘सर’ कहने लगे हैं। गहलोत ने इसे अपनी शिक्षा नीति की सफलता का उदाहरण बताया और कहा कि भाजपा सरकार चाहकर भी इन स्कूलों को बंद नहीं कर सकी।