राजस्थान विधानसभा फिर 199 सदस्यों पर सिमटी, BJP विधायक कंवरलाल की सदस्यता रद्द
जयपुर
राजस्थान विधानसभा एक बार फिर 200 की बजाय 199 सदस्यों के फेर में उलझ गई है। शुक्रवार को विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने भाजपा विधायक कंवरलाल मीणा की सदस्यता निरस्त कर दी। यह निर्णय एक आपराधिक मामले में मीणा को तीन साल की सजा मिलने और सुप्रीम कोर्ट द्वारा उनकी याचिका खारिज किए जाने के बाद लिया गया।
कंवरलाल मीणा को झालावाड़ के मनोहर थाना क्षेत्र में वर्ष 2005 में हुए एक विवादित उपसरपंच चुनाव के दौरान एसडीएम पर पिस्तौल तानने के मामले में दोषी ठहराया गया था। राजस्थान हाईकोर्ट ने उन्हें तीन साल की सजा सुनाई थी, जिसके खिलाफ उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी। 7 मई को सुप्रीम कोर्ट ने उनकी याचिका खारिज करते हुए उन्हें सरेंडर करने का आदेश दिया था। मीणा ने बुधवार को कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया।
कांग्रेस ने उठाए स्पीकर पर पक्षपात के आरोप
इस मामले को लेकर कांग्रेस ने भी विधानसभा स्पीकर पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए राजस्थान हाईकोर्ट का रुख किया है। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के नेतृत्व में कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने स्पीकर को ज्ञापन सौंपा था, जिसमें मीणा की सदस्यता तत्काल प्रभाव से समाप्त करने की मांग की गई थी। कांग्रेस का आरोप था कि सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद भी स्पीकर ने उचित कार्रवाई नहीं की।
फैसले ने बदला समीकरण, फिर चर्चा में ‘199 का फेर’
अब जबकि सदस्यता निरस्त कर दी गई है, राजस्थान विधानसभा की सदस्य संख्या फिर एक बार घटकर 199 हो गई है, जो पहले भी कुछ विधायकों की सदस्यता रद्द होने के कारण चर्चा में रह चुकी है।