बकरीद से पहले बयानबाज़ी का दौर, राजस्थान मंत्री ने खोला मोर्चा
जयपुर
बकरीद से पहले राजस्थान की सियासत में हलचल मच गई है। राज्य की भजनलाल शर्मा सरकार में पशुपालन मंत्री जोराराम कुमावत ने बकरीद पर दी जाने वाली बकरों की कुर्बानी को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि “बकरों की कुर्बानी हमारी सनातन संस्कृति के खिलाफ है, इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता।”
हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि फिलहाल कुर्बानी पर रोक लगाने का कोई सरकारी आदेश नहीं है, लेकिन यह परंपरा सनातन विचारधारा के अनुरूप नहीं है। मंत्री ने यह भी कहा कि “जीवों की बलि देना कतई उचित नहीं है।”
सरकारी गाइडलाइन पर हो रहा अध्ययन
बकरों की कुर्बानी के लिए विदेशों में हो रहे एक्सपोर्ट को लेकर मंत्री ने बताया कि केंद्र सरकार की गाइडलाइन का अध्ययन किया जा रहा है और उसी के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
बकरीद की नमाज और नई बहस
राजस्थान में शनिवार सुबह 8:15 बजे बकरीद की नमाज अता की गई। मस्जिदों में मुस्लिम समुदाय के लोग त्योहार की खुशी में शरीक हुए। लेकिन नमाज के दौरान सड़कों पर ट्रैफिक जाम को लेकर विवाद छिड़ गया है।
हिंदू संगठनों का कहना है कि “जयपुर समेत कई जगहों पर सड़कों पर नमाज के कारण लंबा जाम लग जाता है जिससे आम जनता और मरीजों को दिक्कत होती है।”
‘योगी मॉडल’ की मांग तेज
राज्य के बीजेपी नेता सत्येंद्र त्यागी ने मांग की है कि उत्तर प्रदेश की तर्ज पर राजस्थान में भी ‘योगी मॉडल’ लागू किया जाए। उन्होंने कहा कि अगर सड़कों पर नमाज पर नियंत्रण नहीं हुआ तो स्थिति बिगड़ सकती है। त्यागी का यह भी दावा है कि यह सिर्फ बीजेपी की मांग नहीं, बल्कि जनता की भी मांग है ताकि प्रदेश में शांति बनी रहे।