‘मुझे इंसाफ़ चाहिए…’ | सुसाइड से पहले छात्रा का आख़िरी संदेश
सॉरी, मैं अब और नहीं जी सकती… उन्होंने मुझे…’ इन शब्दों में वो दर्द है, जो किसी भी आंकड़े या रिपोर्ट में नहीं बताया जा सकता।गुरुग्राम के अशोक विहार की रहने वाली ज्योति ग्रेटर नोएडा की शारदा यूनिवर्सिटी में बीडीएस सेकंड ईयर की छात्रा थी. उसने शुक्रवार को मंडेला गर्ल्स हॉस्टल में कमरे के अंदर फांसी लगाकर जान दे दी. साथ ही एक सुसाइड नोट भी छोड़ा, जिसमें ज्योति ने दो प्रोफेसरों को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया. अब इस केस में उन दोनों प्रोफेसरों को सस्पेंड कर दिया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
कमरे में अकेले थी ज्योति
जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार शाम ज्योति कमरे में अकेली थी. साथी छात्राएं बाहर गई थीं. शाम करीब 7 बजे एक छात्रा आई. उसने देखा तो कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था. छात्रा ने पुलिस को बताया कि उसके दो बार धक्का देने से दरवाजा खुल गया. देखा तो ज्योति फंदे पर लटकी थी, फिर उसने वार्डन और अन्य स्टूडेंट्स को इसकी सूचना दी. छात्रों ने बताया- ज्योति पर एक फर्जी साइन करने का आरोप लगाया गया था, जिससे वह काफी परेशान चल रही थी. गुरुवार, शुक्रवार और शनिवार को लगातार तीन दिन उसे PCP (प्री क्लिनिकल प्रोस्थोडॉट) डिपार्टमेंट से भगा दिया गया. फाइल HOD को दी गई थी.
‘इतना टॉर्चर कैसे झेले कोई’
छात्रों के HOD सर ने कहा था- अपने पैरेंट्स को बुलाओ, तुमने फाइल पर खुद ही साइन कर दिए. सोमवार को उसके माता-पिता आए, तब जाकर ज्योति को उसकी फाइल वापस मिली. शुक्रवार शाम को वह बहुत रो रही थी. उसे फेल करने की धमकी दी जा रही थी. छात्र बोले-इतना टॉर्चर कैसे झेले कोई?