गांव वालों ने ब्राह्मण समझकर बुलाया, यादव निकले तो हुआ बवाल
इटावा
उत्तर प्रदेश के बकेवर क्षेत्र में एक कथावाचक पर जाति छुपाकर भागवत कथा करने का आरोप लगने के बाद उसे गांववालों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। मामला दादरपुर गांव का है, जहां कथावाचक मुकुट मणि यादव और उनके साथियों को झूठ बोलने के आरोप में न केवल पीटा गया, बल्कि अपमानित भी किया गया।
बताया गया कि मुकुट मणि यादव और उनके सहयोगी संत सिंह यादव ने खुद को ब्राह्मण बताकर कथा का आयोजन करवाया, लेकिन कथा शुरू होने के बाद ग्रामीणों को उनकी असल जाति का पता चला। इसके बाद गुस्साए गांववालों ने कथावाचक का सिर मुंडवाया, चोटी काटी और एक महिला परीक्षित के सामने नाक रगड़वाकर माफी मंगवाई।
तीसरे सहयोगी नाल वादक श्याम कठेरिया के साथ भी मारपीट हुई और उनके वाद्य यंत्र तोड़ दिए गए। गांववालों ने कथावाचक से दूसरा कथावाचक बुलाने का खर्चा ₹25,000 भी वसूला और कथित तौर पर उनकी सोने की चेन भी छीन ली।
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामला गरमा गया। वीडियो में कथावाचक को महिला के पैर छूते और नाक रगड़ते हुए साफ देखा जा सकता है।
पीड़ित मुकुट मणि ने पुलिस को बताया कि वह अपने सहयोगी संत सिंह के साथ इटावा निवासी पप्पू बाबा के बुलावे पर कथा कहने पहुंचे थे। उनका दावा है कि उन्हें जाति के आधार पर अपमानित किया गया।
कथावाचक की पहचान संदिग्ध, दोनों आधार कार्डों में अलग-अलग विवरण
पुलिस जांच में कथावाचक के पास से दो अलग-अलग आधार कार्ड मिले, जिन पर अलग-अलग नाम और पते दर्ज हैं, जिससे उनकी पहचान पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। एक कार्ड में नाम मुकुट मणि अग्निहोत्री और दूसरे में मुकुट सिंह दर्ज है।
गंभीर धाराओं में केस दर्ज
पीड़ितों की ओर से पप्पू बाबा, अतुल डीलर समेत 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ बीएनएस की धाराओं के तहत मामला दर्ज कराया गया है, जिसमें जानबूझकर चोट पहुंचाना, बंधक बनाना, धमकी देना और अपमानित करने जैसी गंभीर धाराएं शामिल हैं।
एसएसपी बोले- आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई होगी
एसएसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने मामले में कठोर कार्रवाई का आश्वासन दिया है। जांच एएसपी सिटी अभयनाथ त्रिपाठी को सौंपी गई है। अब तक चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिनमें आशीष तिवारी, उत्तम अवस्थी, प्रथम दुबे और निक्की अवस्थी शामिल हैं।