यमुनोत्री पैदल मार्ग पर पहाड़ गिरा, जानलेवा हादसे में दो की मौत
देहरादून
सोमवार को उत्तरकाशी जिले के यमुनोत्री धाम के नौकैंची क्षेत्र में हुए भूस्खलन के बाद आज सुबह एक बार फिर सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। मलबे में दबे यात्रियों में से दो के शव सोमवार को ही बरामद कर लिए गए थे – जिनमें एक 47 वर्षीय पुरुष और उसकी 9 वर्षीय पुत्री शामिल हैं।
नौकैंची के पास अचानक भारी बोल्डर और मलबा गिरने से 4 से 5 लोग खाई में जा गिरे। मौके पर पहुंचे एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और स्थानीय पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक घायल को प्राथमिक उपचार के लिए जानकीचट्टी स्वास्थ्य केंद्र भेजा।
मृतक और घायल यात्रियों की पहचान
- मृतक:
- हरिशंकर, पुत्र ओमप्रकाश, उम्र 47 वर्ष, उत्तर प्रदेश
- ख्याति, पुत्री हरिशंकर, उम्र 9 वर्ष, उत्तर प्रदेश
- घायल:
- रसिक भाई, पुत्र वस राम भाई, प्रतापनगर वेस्ट, मुंबई, महाराष्ट्र
- लापता:
- भाविका शर्मा, पुत्री जॉय शर्मा, उम्र 11 वर्ष, दिल्ली
- कमलेश जेठवा, पुत्र कांतिबाई, उम्र 35 वर्ष, महाराष्ट्र
यात्रा पर लगी अस्थाई रोक
रेस्क्यू ऑपरेशन के चलते जानकीचट्टी से यमुनोत्री धाम की ओर जा रहे यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रोका गया है। जानकीचट्टी चौकी प्रभारी गंभीर सिंह तोमर ने बताया कि वैकल्पिक मार्ग से आवाजाही का निर्णय जिला अधिकारी के निर्देश पर लिया जाएगा।
विधायक रवाना, वैकल्पिक मार्ग भी जोखिम भरा
यमुनोत्री विधायक संजय डोभाल घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। हालांकि ढाई किमी लंबा भंडेली गाड़ वैकल्पिक पैदल मार्ग भी खतरनाक माना जा रहा है।
26 जून तक भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने 22 से 26 जून तक उत्तराखंड के कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। संबंधित जिलों के डीएम और आपदा प्रबंधन टीमें अलर्ट पर हैं।
गंगोत्री हाईवे पर सात नालों से हर साल होती है परेशानी
स्थानीय लोगों ने बताया कि सुक्की क्षेत्र के सात नाले हर बरसात में गंगोत्री हाईवे की आवाजाही के लिए खतरा बनते हैं। बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन (BRO) की ओर से अब तक स्थायी सुरक्षात्मक कार्य नहीं किया गया, जिससे यात्रियों और स्थानीय ग्रामीणों को हर बार संकट का सामना करना पड़ता है।